पटना. बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने अखिल भारतीय पीठासीन पदाधिकारियों के सम्मेरलन को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए कहा कि विधान परिषद के अगले सत्र के पूर्व सदन में सभी सदस्यों की सीट पर कम्प्यूटर लगा दिया जाएगा। परिषद सचिवालय द्वारा कोशिश की जा रही है कि नेशनल ई-विधान (नेवा) सॉफ्टवेयर का उपयोग कर प्रश्न, नोटिस एवं विभागीय उत्तर सहित समिति के कार्यकलापों को भी सम्पादित किया जाए।
सभापति ने सदन की कार्यवाही का सीधा प्रसारण टेलीविजन के माध्यम से कराने की आवश्यकता पर भी जोर दियाl सभापति ने विगत 197वें सत्र की कार्यवाही की चर्चा करते हुए सदस्यों को धन्यवाद दिया, जिनके कारण निर्बाध रूप से कार्यवाही सम्पादित हुई। परिषद की विभिन्न समितियों की सक्रियता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सदन के सत्र में नहीं रहने की अवधि में जनहित के कार्यों के लिए समिति की सक्रियता अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। सभापति ने त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधियों को परामर्शदात्री समिति का सदस्य बनाने के संबंध में बिहार सरकार द्वारा लिए गए निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसका अनुकरण देश के अन्य राज्यों द्वारा भी किया जाना चाहिए।
सभापति ने कोरोना काल में तीन सदस्यों एवं पांच कर्मचारियों की मृत्यु की चर्चा करते हुए कहा कि इनके परिवारजनों के कल्याणार्थ योजनाओं के कार्यान्वयन पर विचार किया जा रहा है।
विधान परिषद् में आयोजित कोरोना टीकाकरण विशेष अभियान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसका लाभ माननीय सदस्यगण एवं कर्मचारियों के परिवारजनों द्वारा भी किया गया है। माननीय सदस्यों के लिए प्रशिक्षण, शोध संदर्भ एवं अन्य संविधानिक सहायता को सुदृढ़ करने एवं इसके लिए लोक सभा सचिवालय से परामर्श लेने की आवश्यकता पर जोर दिया। परिषद के जन संपर्क पदाधिकारी अजीत रंजन ने बताया कि पीठासीन अधिकारियों के वर्चुअल सम्मेलन में परिषद के सचिव विनोद कुमार भी उपस्थित थे।