प्रदेश जदयू के वर्चुअल सम्मेलन में शामिल हुए एक हजार पदाधिकारी
पटना. कोरोना के खिलाफ जागरुकता अभियान के तहत आयोजित बिहार प्रदेश जदयू का राज्यस्तरीय वर्चुअल सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सम्मेलन के मुख्य अतिथि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह थे, जबकि अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने की। इस मौके पर जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, चंदन कुमार सिंह, जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप एवं जदयू प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार भी मौजूद रहे।
इस सम्मेलन से पार्टी के एक हज़ार पदाधिकारी जुड़े, जिनमें सभी क्षेत्रीय संगठन प्रभारी, प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रभारी, पार्टी के सभी प्रदेश प्रवक्ता, सभी जिलाध्यक्ष, मुख्य जिला प्रवक्ता, लोकसभा प्रभारी, विधानसभा प्रभारी एवं प्रखंड अध्यक्ष शामिल थे। सम्मेलन को फेसबुक के माध्यम से लगभग एक लाख तीस हजार लोगों ने लाइव देखा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने जदयू कार्यकर्ताओं से कहा कि कोरोना की चुनौती का मुकाबला हमें डटकर करना है। उन्होंने कोरोना की संभावित तीसरी लहर की चर्चा करते हुए कहा कि टीकाकरण ही इससे बचने का एकमात्र उपाय है। सरकार के टीकाकरण अभियान में सभी से सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि टीका हर तरह से सुरक्षित है, इसको लेकर फैलाई जा रही सारी अफवाहें पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने सभी पदाधिकिरियों से कहा कि वे स्वयं तुरंत टीका लगवावें तथा पार्टी के बूथ तक के साथियों को इस अभियान से जोड़ें। पार्टी के जो कार्यकर्ता टीकाकरण अभियान को गति देंगे उन्हें पार्टी सम्मानित करेगी।
सिंह ने कहा कि संकट की इस घड़ी में हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कितना बेहतरीन काम किया है, किस तरह बिहारवासियों को संबल दिया है, ये हम सभी जानते हैं। उनके प्रति हम सभी आभारी हैं। ये हमारे लिए गर्व की बात है कि कोरोना के दौरान बिहार में एक भी मौत भूख से नहीं हुई। हम उन सभी चिकित्साकर्मियों के भी आभारी हैं, जिन्होंने अपनी चिन्ता किए बगैर हमारी सेवा की। इस आपदा की घड़ी में सबसे बड़ा काम देश के किसानों और मजदूरों ने किया है, जिन्होंने महामारी के दौरान भी खाद्यान्न, फल सब्जी, दूध जैसी चीजों की कमी नहीं होने दी।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि हमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किए गए कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना है। उनके नेतृत्व में हुए अथक प्रयासों से बिहार में कोराना की रफ्तार पर लगाम लगी है, लेकिन चुनौतियां अभी भी हैं। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए हमें अभी से लोगों को जागरुक करना होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जदयू कार्यकर्ता किसी भी सूरत में अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटेंगे और पार्टी की सोच के तहत घर घर तक संदेश पहुंचाएंगे।
वर्चुअल सम्मेलन की खासियत यह रही कि इसे राष्ट्रीय एवं प्रदेश अध्यक्ष के अतिरिक्त चार वरिष्ट चिकित्सकों के विशेष पैनल ने भी संबोधित किया। इंग्लैंड से जुड़े डॉ. रंजीत सिंह ने कोरोना में होम ट्रीटमेंट: कैसे और कब तक विषय पर अपनी बातें रखीं। जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह ने कोरोना पश्चात् स्वास्थ्य समस्या विषय पर प्रकाश डाला। आईजीआईएमएस के डॉ. रितेश रुनु ने कोरोना जागरुकता और टीकाकरण विषय पर सम्मेलन को संबोधित किया। वहीं, नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल की डॉ. रश्मि ठाकुर ने कोरोना संबंधी कई सवालों और भ्रांतियों पर महत्वपूर्ण बातें रखीं।