IPL 2021: संगकारा ने किया सैमसन का समर्थन, बोले- आखिरी गेंद पर मौरिस को स्ट्राइक न देने का फैसला सही
राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के क्रिकेट डायरेक्टर कुमार संगकारा (Kumar Sangakkara) ने पंजाब किंग्स (Punjab Kings) के खिलाफ मैच की आखिरी गेंद पर क्रिस मौरिस (Chris Morris) को स्ट्राइक न देने के कप्तान संजू सैमसन (Sanju Samson) के फैसले का बचाव किया. उन्होंने कहा कि सैमसन को ये विश्वास था कि वो आखिरी गेंद पर छक्का लगा देंगे. इसलिए उन्होंने ऐसा किया.
राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के क्रिकेट डायरेक्टर कुमार संगकारा (Kumar Sangakkara) ने पंजाब किंग्स(Punjab Kings) के खिलाफ मैच की आखिरी गेंद पर क्रिस मौरिस (Chris Morris) को स्ट्राइक न देने के कप्तान संजू सैमसन (Sanju Samson) के फैसले का बचाव किया है. संगकारा ने मैच खत्म होने के कहा कि संजू को ये भरोसा था कि वो आखिरी गेंद पर छक्का लगा देंगे. ऐसे में उन्होंने मैच खत्म होने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली, मेरी नजर में उनका ये फैसला सही था. उन्होंने कहा कि संजू मैच खत्म करने के अपने फैसले पर डटे रहे और लगभग इसे खत्म कर भी दिया था. वो आखिरी गेंद पर छक्का लगाने से सिर्फ पांच या 6 गज से चूक गए. वर्ना गेंद बाउंड्री के पार चली जाती.
राजस्थान टीम के क्रिकेट डायरेक्टर ने आगे कहा कि कभी-कभी जब आप जानते हैं कि आप गेंद को अच्छी तरह से मार रहे हैं, आप फॉर्म में हैं और आपको विश्वास है कि आप यह कर सकते हैं, तो आपको वह जिम्मेदारी लेनी होगी और संजू को ऐसा करते देखना वाकई उत्साहजनक था. हम हमेशा छोटी-मोटी चूक के बारे में बात करते हैं. लेकिन मेरे लिए महत्वपूर्ण बात खिलाड़ियों का विश्वास, दृष्टिकोण और समर्पण है. क्योंकि वे जानते हैं कि उनकी ताकत क्या है?
अगली बार संजू छक्का मारकर टीम को मैच जिताएंगे: संगकारा
उन्होंने कहा कि संजू ने मैच खत्म करने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ली और वो सिर्फ कुछ गज के फासले से चूक गए. खेल में ऐसा होता रहता है. मुझे उम्मीद है कि अगली बार वो गेंद को 10 गज और सीमा रेखा के पार भेजेंगे और हमारे लिए मुकाबला जीतेंगे. संगकारा ने संजू सैमसन की निरंतरता से जुड़े सवाल पर कहा कि संजू एक असाधारण खिलाड़ी हैं. मुझे पता है कि जब कोई खिलाड़ी धमाकेदार शुरुआत करता है तो अक्सर उसकी स्थिरता को लेकर बात होती है. लेकिन असली बात ये है कि ये बात मैच दर मैच बदलती रहती है. मैच में जरूरत के हिसाब से आपको अपना खेल बदलना होता है. कई बार आप ज्यादा खतरे उठाते हैं. ऐसे में निरंतरता तभी आएगी जब आप इस फर्क को समझने लगेंगे और खुद या परिस्थितियों से लड़ने की बजाए अपनी लय पर फोकस कर पारी बनाने की कोशिश करेंगे.