पटना. बिहार पुलिस के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय अब कथावाचक के रूप में नजर आयेंगे . पांडेय ने स्वयं एक बैनर के माध्यम से श्रीमदभागवत वचन अमृत की जानकारी दी है. बैनर में बताया गया है कि इस कथा का प्रसारण ऑनलाइन किया जाएगा. बैनर पर जूम आईडी और उसका पासवर्ड भी दिया गया है.
गौरतलब है कि पांडेय शुरू से ही सुर्खियों में रहे हैं. बक्सर ज़िले के एक छोटे से गांव गेरूआ में जन्मे 1987 बैच के आईपीएस गुप्तेश्वर पांडेय विभिन्न पदों पर 26 जिलों में काम कर चुके हैंl 1993 -94 में बेगूसराय और 1995-96 में जहानाबाद ज़िले में उनकी पोस्टिंग काफी चर्चा में रही है. उस समय बेगूसराय बहुत संवेदनशील जिला था. वहां सात- आठ महीनों में इन्होंने 42 अपराधियों का एनकांउटर किया. बीते वर्ष अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में रिया पर दिया गया इनका बयान चर्चा में था. इन्होंने तब मुंबई पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए थे. इन्होंने ही सुशांत सिंह मामले की सीबीआई जांच करवाने में अहम भूमिका निभाई थी.
पांडे ने 2009 में बीजेपी से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस के लिए आवेदन दिया था, टिकट नहीं मिलने पर आवेदन वापस ले लिया. पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व डीजीपी के पद से इस्तीफा देकर जदयू की सदस्यता ले ली थी, पर टिकट नहीं मिला और वो चुनाव नहीं लड़ सके थे.