पटना: बिहार के किशनगंज से दिल को झकझोर देने वाली खबरें सामने आई है। किशनगंज से सटे पश्चिम बंगाल के पंथापड़ा में तहकीकात के सिलसिले में दलबल के साथ गए इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था। इस दौरान मॉब लिन्चिंग कर उनकी हत्या कर दी गई। बेटे की हत्या का सदमा मां नहीं सह पाई और उसने भी प्राण त्याग दिए।
पुलिसकर्मी घटना के वक्त फायरिंग किए होते, तो उनकी हत्या नहीं होती।
अश्विनी किशनगंज जिले में टाउन थाने में थानाध्यक्ष के पद पर तैनात थे। शुक्रवार देर रात वह चोरी के एक मामले में छापेमारी करने गए थे, जहां बदमाशों ने पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी। आक्रोशित अश्विनी कुमार के परिजनों का कहना है कि उनककी हत्या साजिश के तहत हुई है। अगर अश्विनी के साथ छापेमारी करने गए पुलिसकर्मी घटना के वक्त फायरिंग किए होते, तो उनकी हत्या नहीं होती।
अश्विनी कुमार के सहयोगी इंस्पेक्टर मनीष कुमार भी शामिल
वहीं इस मामले बिहार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लापरवाही बरतने वाले सात पुलिसकर्मियों का सस्पेंड कर दिया है। इसमें अश्विनी कुमार के सहयोगी इंस्पेक्टर मनीष कुमार भी शामिल हैं। एसपी ने यह कार्रवाई आईजी के निर्देश पर की है।